विटामिन डी के 4 फायदे और नुकसान: जानें Vitamin D की कमी के कारण और मुख्य स्रोत

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Vitamin D

विटामिन डी के फायदे (Vitamin D Benefits) कई हैं. शरीर में विटामिन डी कैल्शियम और फास्फोरस जैसे पोषक तत्वों के संतुलन को बनाता है. विटामिन डी की दवा शरीर में विटामिन डी की कमी होने पर ली जाती है. विटामिन डी का मुख्य स्रोत सूर्य की रोशनी या धूप होती है. विटामिन डी के नुकसान अधिक मात्रा में विटामिन डी सप्लिमेंट लेने पर होता है.

विटामिन डी के फायदे (Vitamin D Benefits) कई हैं क्योंकि यह शरीर में कई अन्य पोषक तत्वों का निर्माण करता है. हाल के वर्षों में विटामिन डी की कमी के शिकार ज्यादातर लोग हो रहे हैं. धूप से बनने वाली विटामिन डी शरीर में कैल्शियम और फास्फोरस के स्तर को बनाए रखता है. सूर्य की धूप विटामिन डी का मुख्य (Vitamin D Source) स्रोत है. हड्डियों में कैल्शियम की आपूर्ति भी विटामिन डी के माध्यम से ही होती है. शरीर के लिए जरूरी विटामिन डी पांच प्रकार का होता है. विटामिन डी-1, विटामिन डी-2, विटामिन डी-3, विटामिन डी-4, विटामिन डी-5 इत्यादि विटामिन डी के मुख्य प्रकार हैं. विटामिन डी के सभी प्रकार शरीर में अलग-अलग काम करते हैं.

शरीर में कैल्शियम का अवशोषण करना, रोग प्रतिरोधक क्षमता के लिए प्रतिरक्षा तंत्र को बेहतर करना, हड्डियों और नर्व सिस्टम को सही से संचालित करने जैसे काम विटामिन डी के माध्यम से ही होते हैं. विटामिन डी की कमी होने पर मोटापा और कैंसर जैसी बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है.

विटामिन डी के फायदे (Benefits of Vitamin D)

क्या हैं विटामिन डी के फायदे

शरीर के लिए जरूरी विटामिन जितने भी हैं उनमें vitamin D सबसे जरूरी है. शरीर में कैल्शियम और फास्फोरस का संतुलन बनाने के लिए विटामिन डी आवश्यक होता है. विटामिन डी पाचन तंत्र से जरूरी पोषक तत्वों को अवशोषित करने में मददगार होता है. शरीर को भोजन के द्वारा पोषक तत्व अवशोषित करने के लिए विटामिन डी की जरूरत पड़ती है.

विटामिन डी शरीर को संक्रमण से बचाने का भी काम करता है. शरीर की प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने में भी विटामिन डी फायदेमंद होता है. नर्व सिस्टम, मांसपेशियों और नसों के कार्य करने के लिए भी विटामिन डी जरूरी होता है. Vitamin D मोटापा और कैंसर जैसी बीमारियों से बचाने में भी फायदा पहुंचाता है.

हार्ट रोग या हृदय रोग के खतरे को कम करने में भी विटामिन डी फायदेमंद होता है. डायबिटीज जैसे रोगों से बचने के लिए भी शरीर को जरूरी विटामिन मिलना ही चाहिए. अगर शरीर में लंबे समय तक Vitamin D की कमी हो जाती है तो मोटापा और सूजन का खतरा बढ़ जाता है.

क्या-क्या हैं Vitamin D के मुख्य स्रोत

सबसे जरूरी बात यह है कि विटामिन डी का मुख्य स्रोत सूर्य की धूप ही होती है. जब इंसान की त्वचा पर सुरज की रोशनी या धूप पड़ती है तब शरीर में विटामिन डी का निर्माण होता है. यह एक स्वाभाविक प्रक्रिया है जिससे विटामिन डी बनता है. इसके अलावा कुछ खाद्य पदार्थ भी हैं जो Vitamin D के स्रोत होते हैं. विटामिन डी की कमी को पूरा कर सकते हैं डार्क चॉकलेट और कोको बटर.

डाइट फूड में देखें तो टमाटर, शलजम, मशरूम, पनीर, नींबू अंडे के पीले वाले भाग में विटामिन डी की मात्रा पायी जाती है. हाल के कुछ शोध बताते हैं कि डार्क चॉकलेट में भी विटामिन डी की मात्रा होती है. चुकंदर और शकरकंद में भी कुछ मात्रा में Vitamin D पाया जाता है. बालों का झड़ना भी विटामिन डी की कमी की वजह से होता है.

Vitamin D हड्डियों को करें मज़बूत

Vitamin D हड्डियों को फायदा पहुंचाता है। दरअसल, इसकी मदद से इंटेस्टाइंस में कैल्शियम को सीक्रीट किया जाता है। इसका नियमित सेवन करने से हर उम्र के लोगों में होने वाले हड्डियों के दर्द व अन्य समस्याओं से बचा जा सकता है। इसके सेवन से शरीर का एनर्जी लेवन बना रहता है। इसके अलावा महिलाओं में खासतौर से ऑस्टियोपोरोसिस का खतरा कम हो जाता है।

Vitamin D सेक्स ड्राइव को बढ़ाए

सेक्सुअल लाइफ (sexual life) को हेल्दी बनाने के लिए विटामिन डी सप्लीमेंटस बेहद कारगर साबित हो सकते हैं। इससे लिबिडो बढ़ने लगता है। साथ ही व्यवहार में चिड़चिड़ापन और मूड स्विंग होने की समस्या भी दूर हो जाती है।

विटामिन डी (Vitamin D) की कमी होने के कारण

  • ज्यादा वक्त खुद को चार दीवारी में कैद रखना विटामिन डी की कमी को मुख्य कारण साबित होता है।
  • आस पास प्रदूषण का स्तर बढ़ने से भी शरीर में विटामिन डी की कमी हो जाती है।
  • अधिक आबादी वाली जगहों पर रहना, जहां धूप न मिल पाना भी इसका एक कारण है।
  • विटामिन डी रिच डाइट को सेवन न करना भी इसकी कमी को शरीर में बढ़ा सकता है।

विटामिन डी के नुकसान

वैसे तो शरीर द्वारा विटामिन डी जब बनाया जाता है तब इसके नुकसान नहीं देखने को मिलते हैं. जब शरीर में विटामिन डी की कमी हो जाती है तब विटामिन डी के सप्लिमेंट लिए जाते हैं.जब अधिक मात्रा में विटामिन डी की खुराक ली जाती है तब यह नुकसान पहुंचाती है. विटामिन डी की दवा अधिक खाने पर क्या-क्या नुकसान हो सकते हैं यहां पर जान सकते हैं.

  • जब विटामिन डी की खुराक अधिक ली जाती है तो शरीर में कैल्शियम की मात्रा बढ़ सकती है.
  • शरीर में विटामिन डी की दवा की वजह से जब कैल्शियम की मात्रा बढ़ती है तो भूख लगना बंद हो सकता है.
  • vitamin D का अधिक सेवन बार-बार पेशाब का कारण बन सकता है. कई बार विटामिन डी की अधिकता हार्ट अटैक का कारण भी बनती है.
  • बच्चों को विटामिन डी की अधिक मात्रा देने से मांसपेशियों में अकड़न, चिड़चिड़ापन, चलने में परेशानी और सांस लेने में दिक्कत जैसे लक्षण देखने को मिल सकते हैं.
  • बहुत अधिक मात्रा में विटामिन डी का सेवन बड़े लोगों के शरीर में दर्द का कारण भी बन सकता है
  • vitamin D की कमी से बालों का झड़ना तेज हो जाता है लेकिन अधिक मात्रा भी बालों के टूटने का कारण बनती है.
  • अधिक मात्रा में विटामिन डी का सेवन हड्डियों को कमजोर कर सकता है. हाई ब्लड प्रेशर का कारण भी विटामिन डी की अधिक खुराक बन सकती है.
  • बहुत अधिक मात्रा में विटामिन डी खाने से कब्ज, दस्त और सांस लेने में परेशानी पैदा कर सकता है.

vitamin D Benefits in hindi

शरीर के लिए जरूरी विटामिन जितने भी हैं उनमें विटामिन डी सबसे जरूरी है. शरीर में कैल्शियम और फास्फोरस का संतुलन बनाने के लिए विटामिन डी आवश्यक होता है. विटामिन डी पाचन तंत्र से जरूरी पोषक तत्वों को अवशोषित करने में मददगार होता है. शरीर को भोजन के द्वारा पोषक तत्व अवशोषित करने के लिए विटामिन डी की जरूरत पड़ती है.
विटामिन डी शरीर को संक्रमण से बचाने का भी काम करता है. शरीर की प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने में भी विटामिन डी फायदेमंद होता है. नर्व सिस्टम, मांसपेशियों और नसों के कार्य करने के लिए भी विटामिन डी जरूरी होता है. विटामिन डी मोटापा और कैंसर जैसी बीमारियों से बचाने में भी फायदा पहुंचाता है.

विटामिन डी कैसे बढ़ाएं

सबसे जरूरी बात यह है कि विटामिन डी का मुख्य स्रोत सूर्य की धूप ही होती है. जब इंसान की त्वचा पर सुरज की रोशनी या धूप पड़ती है तब शरीर में विटामिन डी का निर्माण होता है. यह एक स्वाभाविक प्रक्रिया है जिससे विटामिन डी बनता है. इसके अलावा कुछ खाद्य पदार्थ भी हैं जो Vitamin D के स्रोत होते हैं. विटामिन डी की कमी को पूरा कर सकते हैं डार्क चॉकलेट और कोको बटर.
डाइट फूड में देखें तो टमाटर, शलजम, मशरूम, पनीर, नींबू अंडे के पीले वाले भाग में विटामिन डी की मात्रा पायी जाती है. हाल के कुछ शोध बताते हैं कि डार्क चॉकलेट में भी विटामिन डी की मात्रा होती है. चुकंदर और शकरकंद में भी कुछ मात्रा में Vitamin D पाया जाता है. बालों का झड़ना भी विटामिन डी की कमी की वजह से होता है.

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