नींबू (nimbu pani in hindi) से सब परिचित हैं। लोग lemon का इस्तेमाल कर कई व्यंजन बनाते हैं।नींबू की चटनी को बहुत ही पसंद से खाई जाती है। नींबू की सबसे बड़ी विशेषता यह है कि जहां दूसरे फल पकने पर मीठे हो जाते हैं, वहीं नींबू का स्वाद हर समय खट्टा ही रहता है। नींबू विटामिन C का मुख्य स्रोत है। नींबू के सेवन से स्कर्वी रोग भी ठीक होता है। इतना ही नहीं नींबू का प्रयोग कर कई और भी बीमारी ठीक की जा सकती है।
नींबू का उपयोग पेट के कीड़ों को खत्म करने के लिए, पेट दर्द से आराम पाने के लिए, भूख बढ़ाने के लिए, पित्त और कफज विकारों को ठीक करने के लिए तो कर ही सकते हैं, साथ ही और भी कई रोगों में लाभ पा सकते हैं। नीचे आपके लिए बहुत आसान शब्दों (lemon benefits in hindi) में नींबू के सभी फायदे के बारे में बताया गया है। आइए नींबू के बारे बारे में जानते हैं।
नींबू क्या है? (What is Nimbu in Hindi?)
नींबू (lemon ke fayde) की कई जातियां पाई जाती है, जैसे- कागजी नींबू (kagzi nimbu), बिजौरी नींबू, जम्मीरी नींबू, मीठा नींबू इत्यादि। औषधी के रूप में कागजी नींबू का ही प्रयोग करना चाहिए। इसका आकार छोटा या मध्यम होता है। इसका वृक्ष कांटों से युक्त, झाड़ीनुमा होता है। इसके फूल छोटे, सफेद अथवा गुलाबी रंग के होते हैं। फूलों से सुगंध आती है।
नींबू के फायदे (Nimbu Benefits and Uses in Hindi)
अब तक आपने जाना कि नींबू (lemon ke fayde) क्या है। आइए जानते हैं कि नींबू का आयुर्वेदीय गुण क्या है, और इसका क्या प्रभाव होता हैः-
रक्तस्राव होने पर नींबू के फायदे (Benefits of Lemon to Stop Bleeding in Hindi)
1 कप पीने लायक गर्म दूध में आधा नींबू निचोड़-कर दूध फटने से तुरन्त पहले पी जायें। यह रक्तस्राव को तुरन्त बंद कर देता है। इस प्रयोग को एक या दो बार से अधिक न करें।
अधिक प्यास लगने पर नींबू से लाभ (Lemon Benefits in Thirsty Problem in Hindi)
- अधिक प्यास लगने की परेशानी में नींबू का शर्बत बनाकर पिए। इससे अधिक प्यास लगने की समस्या ठीक हो जाती है।
- 5 मिली फल के रस (nimbu pani ke fayde) में मधु और नमक मिलाकर सेवन करें। इससे अधिक प्यास लगने की परेशानी ठीक होती है।
छालों की परेशानी में नींबू के फायदे (Benefits of Lemon to Treat Mouth Ulcer in Hindi)
जीभ पर हुए छालों और मसूड़ों पर नींबू का छिलका रगड़ें। इससे जीभ के छालों और मसूड़ों की परेशानी में लाभ (lemon ke fayde) होता है।
नींबू से मुहांसे और चेहरे की झुर्रियों का इलाज (Benefits of Lemon in Fighting with Acne and Wrinkles in Hindi)
- नींबू के रस में शहद मिलाक चेहरे पर लगाएं। इससे चेहरे के कील-मुहांसे और झुर्रियां ठीक हो जाती हैं।
- नींबू, तुलसी और काली कंसौदी का रस बराबर मिलाकर धूप में रखें। जब वह गाढ़ा हो जाय तो मुंह पर मलें। यह मुहांसों को दूर कर देता है।

रूसी की समस्या और बालों के झड़ने की समस्या में नींबू के फायदे (Lemon Benefits to Stop Hair Fall and Fighting with Dandruff in Hindi)
रूसी हटाने के लिए नींबू का इस्तेमाल कर सकते हैं। नींबू के रस (nimbu pani ke fayde) में आंवला के फलों को पीस लें। इसे बालों में लगाने से रूसी मिटती है, तथा बालों का झड़ना रुकता है।
नींबू के गुण चर्म रोग का इलाज (Nimbu Pani Benefits for Skin Disease in Hindi)
- दाद, खाज, चमड़ी पर काले दाग आदि रोगों पर नींबू को काटकर रगड़ने से लाभ होता है।
- नींबू के फल का रस का रोज प्रयोग करने से त्वचा के विकार ठीक हो जाते हैं।
मोटापा घटाने के लिए नींबू का औषधीय गुण फायदेमंद (Benefits of Lemon in Obesity Treatment in Hindi)
मोटापा कम करने के लिए नींबू का प्रयोग फायदा देता है। सुबह-सुबह खाली पेट 200 मिली गुनगुने जल में 2 चम्मच नींबू व 1 चम्मच शहद डालकर पीने से मोटापा घटता है।
टायफाइड में नींबू से लाभ (Nimbu ke Fayde in Typhoid Fever in Hindi)
नींबू का दो भाग कर लें। एक भाग में पिसी हुई काली मिर्च और सेंधा नमक भरें। दूसरे भाग में मिश्री भरें। दोनों को गर्म कर चूसें। इससे वर्षा-ऋतु के बाद होने वाला टायफाइड का ठीक (nimbu ke fayde) होता है।
दिमागी बीमारी में नींबू से फायदा (Lemon is Beneficial for Mental Health in Hindi)
नींबू के रस को मस्तक पर लेप करने से दिमागी बीमारी में लाभ होता है।
नींबू के इस्तेमाल से एसिडिटी का इलाज (Uses of Nimbu Pani for Acidity in Hindi)
5 मिली फल के रस (nimbu ka ras) में मधु, नारिकेलोदक और नमक मिलाकर सेवन करें। इससे एसिडिटी ठीक होती है। अधिक प्यास लगने की परेशानी ठीक होती है।
भूख बढ़ाने के लिए नींबू का प्रयोग (Lemon Juice Uses in Increasing Appetite in Hindi)
- 3 मिली नींबू का रस, 10 मिली चूने का पानी तथा मधु तीनों को मिलाएं। इसे 20-20 बूंद की मात्रा में लेने से भूख बढ़ती है।
नींबू के रस का सेवन करने से भूख न लगने की समस्या ठीक हो जाती है। - नींबू के शर्बत (nimbu pani ke fayde) में दोगुना पानी और 1-2 नग लौंग के साथ काली मिर्च मिलाकर पीने से भूख बढ़ती है।
- नींबू को काटकर काला नमक बुरक लें। इसे चाटने से भी भूख न लगने की समस्या ठीक हो जाती है।
- एक नींबू के रस में थोड़ी अदरक एवं थोड़ा काला नमक मिलाकर सेवन करने से भूख बढ़ती है।
- 5 मिली फल के रस में मधु, नारिकेलोदक और नमक मिलाकर सेवन करें। इससे भूख बढ़ती है,
नींबू के औषधीय गुण से उल्टी पर रोक (Benefits of Nimbu Pani to Stop Vomiting in Hindi)
- भोजन के बाद होने वाली उल्टी को रोकने के लिए 5-10 मिली
- 5 मिली फल के रस में मधु, नारिकेलोदक और नमक मिलाकर सेवन करें। इससे उल्टी पर रोक लगती है।

नींबू के गुण से पेट के कीड़े का खात्मा (Benefits of Nimbu Pani in Abdominal Bugs Problem in Hindi)
- नींबू के रस का सेवन करने से पेट के कीड़े खत्म हो जाते हैं।
- नींबू के पत्ते रस में मधु मिलाकर सेवन करने से पेट के कीड़े मर जाते हैं।
नींबू के गुण से दस्त पर रोक (Nimbu Benefits to Stop Diarrhea in Hindi)
30 मिली कागजी नींबू (kagzi nimbu) के रस को दिन में 2-3 बार सेवन करने से दस्त पर रोक लगती है।
आंतों के रोग में फायदेमंद नींबू का सेवन (Benefits of Lemon to Cure Intestinal Disorder in Hindi)
5 मिली फल के रस में मधु, नारिकेलोदक और नमक मिलाकर सेवन करने से आंतों के रोगों में लाभ मिलता है।
मूत्र रोग में लाभदायक नींबू का सेवन (Uses of Lemon in Treatment Urinary Disease in Hindi)
- नींबू फल के रस को उबले हुए जल में मिलाएं। इसका सेवन करने से पेशाब में खून या पेशाब की जलन या फिर सूजन की समस्या ठीक हो जाती है।
- नींबू फल के रस में खीरे का रस या नारिकेलोदक या फिर गाजर का रस मिलाएं। इसका सेवन करने से कम पेशाब आने की समस्या ठीक हो जाती है।
- इसके साथ ही इससे किडनी विकार और सूजन ठीक हो जाती है।
गर्भावस्था के कारण होने वाली परेशानियों में भी फायदा होता है।
नींबू के गुण से लिवर संबंधित विकारों में लाभ (Lemon Juice Uses for Liver Disorder in Hindi)
- गुनगुने पानी में नींबू का रस (nimbu pani ke fayde) और मिश्री मिलाकर सुबह चाय की तरह पिएं। इससे लिवर सही तरह से काम करता है, और लिवर के विकार ठीक होते हैं।
- नींबू फल के रस में बराबर मात्रा में पलाण्डु रस मिलाकर सेवन करने से लिवर संबंधित विकार ठीक हो जाते हैं।
- 5-10 मिली नींबू रस में भुनी हुई 500 मिग्रा अजवायन, और स्वाद के अनुसार सेंधा नमक मिला लें। इसका सेवन करने से लिवर संबंधित रोगों में लाभ होता है।
नींबू से जोड़ों के दर्द का उपचार (Nimbu Benefits in Fighting with Arthritis in Hindi)
- 1-2 मिली नींबू के रस को 4-4 घंटे के अंतर पर सेवन करने से जोड़ों के दर्द में लाभ होता है।
- एक नींबू के रस में थोड़ी अदरक एवं थोड़ा काला नमक मिलाकर सेवन करने से गठिया या जोड़ों के दर्द में फायदा होता है।
बुखार उतारने के लिए नींबू का गुण फायदेमंद (Nimbu ke Fayde in Fighting with Fever in Hindi)
- 25 मिली नींबू रस, 25 मिली चिरायते का काढ़ा को मिलाकर थोड़ा-थोड़ा करके पीने से मौसमी बुखार ठीक हो जाता है।
- नींबू फल के रस में बराबर मात्रा में पलाण्डु रस मिलाकर सेवन करने से गंभीर बुखार भी ठीक हो जाता है।

नींबू के उपयोगी भाग (Useful Parts of Nimbu)
नींबू (nimbu) का इस्तेमाल इस तरह किया जा सकता हैः-
- फल
- नींबू के वृक्ष के पत्ते
- नींबू की बीज
नींबू का इस्तेमाल कैसे करें? (How to Use Nimbu?)
ऊपर नींबू से होने वाले सभी लाभ को आपकी भाषा (lemon in hindi) और बहुत ही आसान शब्दों में बताया गया है। आप कई रोगों में नींबू का प्रयोग कर लाभ ले सकते हैं, लेकिन औषधि के रूप में नींबू का इस्तेमाल चिकित्सक के परामर्शानुसार ही करें।
नींबू कहां पाया या उगाया जाता है? (Where is Nimbu Found or Grown?)
नींबू (nimbu) की खेती पूरे भारत में की जाती है। इसके पेड़ घरों, बाग-बगीचे में भी देखे जाते हैं।
FAQ
Q: तेजी से चेहरा झुर्रियों को दूर करने के लिए कैसे?
Ans:- नींबू से मुहांसे और चेहरे की झुर्रियों का इलाज
1. नींबू के रस में शहद मिलाक चेहरे पर लगाएं। इससे चेहरे के कील-मुहांसे और झुर्रियां ठीक हो जाती हैं।
2. नींबू, तुलसी और काली कंसौदी का रस बराबर मिलाकर धूप में रखें। जब वह गाढ़ा हो जाय तो मुंह पर मलें। यह मुहांसों को दूर कर देता है।
Q: नींबू से कौन-कौन से रोग ठीक हो सकते हैं?
Ans:- नींबू का उपयोग पेट के कीड़ों को खत्म करने के लिए, पेट दर्द से आराम पाने के लिए, भूख बढ़ाने के लिए, पित्त और कफज विकारों को ठीक करने के लिए तो कर ही सकते हैं, साथ ही और भी कई रोगों में लाभ पा सकते हैं।
रक्तस्राव होने पर नींबू के फायदे (Benefits of Lemon to Stop Bleeding in Hindi)
1 कप पीने लायक गर्म दूध में आधा नींबू निचोड़-कर दूध फटने से तुरन्त पहले पी जायें। यह रक्तस्राव को तुरन्त बंद कर देता है। इस प्रयोग को एक या दो बार से अधिक न करें।
छालों की परेशानी में नींबू के फायदे (Benefits of Lemon to Treat Mouth Ulcer in Hindi)
जीभ पर हुए छालों और मसूड़ों पर नींबू का छिलका रगड़ें। इससे जीभ के छालों और मसूड़ों की परेशानी में लाभ (lemon ke fayde) होता है।
मोटापा घटाने के लिए नींबू का औषधीय गुण फायदेमंद (Benefits of Lemon in Obesity Treatment in Hindi)
मोटापा कम करने के लिए नींबू का प्रयोग फायदा देता है। सुबह-सुबह खाली पेट 200 मिली गुनगुने जल में 2 चम्मच नींबू व 1 चम्मच शहद डालकर पीने से मोटापा घटता है।
नींबू से जोड़ों के दर्द का उपचार (Nimbu Benefits in Fighting with Arthritis in Hindi)
1-2 मिली नींबू के रस को 4-4 घंटे के अंतर पर सेवन करने से जोड़ों के दर्द में लाभ होता है।
एक नींबू के रस में थोड़ी अदरक एवं थोड़ा काला नमक मिलाकर सेवन करने से गठिया या जोड़ों के दर्द में फायदा होता है।
Q: नींबू का वानस्पतिक नाम एवं कुल
Ans:- नींबू का वानस्पतिक नाम सिट्रस ऑरेन्टिफोलिया (Citrus aurantifolia (Christm.) Swingle, Syn-Citrus medica Linn. var. acida Hook.f.) है और यह रूटेसी (Rutaceae) कुल से है, लेकिन इसे अन्य और भी नामों से जाना जाता है
Q: नींबू का वर्गीकरण in English
Ans: नींबू का वर्गीकरण in English- बीटर ऑरेंज (Bitter orange), बीगेरेड ऑरेंज (Bigarade orange), Seville orange (सेवील्ले ऑरेंज), लाइम (Lime), सॉर ऑरेंज (Sour orange)
Q: नींबू का वर्गीकरण in Urdu
Ans:- नींबू का वर्गीकरण in Urdu- लिमू (Limu)
Q: नींबू का वर्गीकरण in Tamil
Ans: नींबू का वर्गीकरण in Tamil- चामपलम (Champalam)
Q: नींबू का वर्गीकरण in Marathi
Ans:- नींबू का वर्गीकरण in Marathi- अंबटनिंबू(Ambatanimbu), लिंबू (Limbu)
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