Yoga Asanas for Senior Citizens: इन योगासनों को रोजाना करने से महिलाओं की मसल्स मजबूत होती हैं, मोटापे कम होता है और रिप्रोडक्टिव अंगों से जुड़ी समस्याएं दूर होती हैं।
महिलाएं घर और बाहर की जिम्मेदारियों में इतना उलझी रहती हैं कि अपनी सेहत के साथ समझौता करने लगती हैं। ऐसे में वह अपनी डाइट और लाइफस्टाइल पर ध्यान नहीं दे पाती हैं। इससे उनके मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य पर बुरा असर पड़ता है।
बढ़ती उम्र में महिलाओं को कई तरह के बदलावों से गुजरना पड़ता है, जिससे शरीर कमजोर होने लगता है और कई तरह की बीमारियां घेर लेती हैं। इसलिए महिलाओं को रोजाना थोड़ा-सा समय निकालकर खुद की देखभाल करनी चाहिए।
आज हम आपको 3 ऐसे योगासनों के बारे में बता रहे हैं, जिन्हें रोजाना करने से महिलाएं बढ़ती उम्र में हर रोग को खुद से दूर रख सकती हैं। इन योगासन की सबसे अच्छी बात यह है कि इसे आप आसानी से घर पर कर सकती हैं और इनके बारे में हमें योग एक्सपर्ट हरिता अग्रवाल बता रही हैं।
60+ वाले लोगों को कौन-से योगासन करने चाहिए?- Yoga Asanas for Senior Citizens
मलासन से 60 साल तक निरोगी
- इसे करने के लिए सबसे पहले मैट पर पैरों को मोड़कर बैठ जाएं।ठीक वैसे ही पोजिशन होनी चाहिए, जैसा मल त्याग करते हुए होती है।
- ऐसे करते हुए आपके पैर साइड में होने चाहिए।
- इस तरह बैठने में समस्या होने पर आप तकिए या दीवार का सहारा ले सकती हैं।इसे बाद दोनों हाथों को आपस में मिलाकर नमस्कार मुद्रा बनाएं।
- इस पोजिशन में हाथों की कोहनी और घुटने आपस में टच होने चाहिए।फिर गहरी सांस लें और बाहर छोड़ें।कुछ देर इस पोजिशन में बैठें।
- फिर नॉर्मल पोजिशन में आ जाएं।
मलासन योगासन के फायदे
- पीसीओएस से जुड़ी परेशानियों को दूर करता है।
- यूट्रस हेल्थ के लिए अच्छा होता है।
- नॉर्मल डिलिवरी में मदद मिलती है।
- कब्ज की समस्या दूर होती है।
- पैरों में दर्द दूर होता है।
- पेट की चर्बी कम होती है।
- थाइज की चर्बी से छुटकारा मिलता है।
उत्कट कोणासन से 60 साल तक निरोगी
- देवी मुद्रा करने के लिए दोनों पैरों में दूरी बनाकर खड़ी हो जाएं।
- आपको पैरों के बीच कम से कम 3 फीट की दूरी बनाएं।दोनों हाथों को आपस में मिलाकर नमस्कार मुद्रा बनाएं।फिर घुटनों को मोड़ते हुए हिप्स को नीचे लेकर जाएं।
- चेस्ट को आगे की ओर करते हुए कंधे को थोड़ा पीछे रखें।
- इस मुद्रा में कुछ देर रहें और नॉर्मल सांस लें।
- सांस छोड़ने के बाद पीठ के हिस्से को नीचे की तरफ दबाएं।
- फिर आराम से पोज को रिलीज करते हुए नॉर्मल पोजिशन में आ जाएं।
उत्कट कोणासन योगासन के फायदे
- हार्ट चक्र को एक्टिव करता है।
- फेमिनिन एनर्जी से जुड़ने में मदद करता है।
- ओवरी और ब्लैडर के लिए फायदेमंद है।
- कमर और पेट की चर्बी को कम करता है।
- हिप्स और पैरों की मसल्स को टोन करता है।
- तनाव दूर करने में मदद करता है।
- पेट के अंगों के लिए फायदेमंद है।
- सांसों से जुड़ी समस्याओं को दूर करता है।
विपरीत करणी से 60 साल तक निरोगी
- इसे आप दीवार की मदद से आसानी से कर सकती हैं।
- हिप्स को दीवार के पास रखकर पीठ के बल लेट जाएं।अब पैरों को धीरे-धीरे दीवार के सहारे ऊपर (90 डिग्री कोण) उठाएं।
- अगर आप पहली बार योगासन कर रही हैं, तो पैरों के नीचे तकिया लगाएं।
- अपनी क्षमतानुसार आसन में रुकें।
- फिर मुद्रा से बाहर आने के लिए, सबसे पहले घुटनों मोड़ें।
- अब खुद को दीवार से दूर करें।
विपरीत करणी योगासन के फायदे
- शरीर में ब्लड सर्कुलेशन में सुधार होता है।
- स्ट्रेस दूर होता है।
- पेट से जुड़ी समस्याएं दूर होती हैं।
- मेनोपॉज के लक्षणों को दूर करता है।
- सिरदर्द और माइग्रेन में फायदेमंद होता है।
- नींद में सुधार करता है।
- पीरियड्स से जुड़ी परेशानियों का रामबाण है।
- पैरों की सूजन को दूर करता है।
बालासन से 60 साल तक निरोगी
- 60 साल से ज्यादा उम्र वाले बालासन का अभ्यास कर सकते हैं.
- इस आसन को करना काफी आसान है.
- इस आसन से ब़डी रिलैक्स रहती है और पाचन तंत्र बेहतर बनता है.
- महिलाओं के लिए यह आसन अच्छा माना जाता है.
- बालासन से मेनोपॉज के लक्षणों को कम कर सकते हैं.
- इससे सेहत से जुड़ी कई समस्याएं दूर हो सकती हैं.
आसान कैसे करें
- घुटनों को मोड़कर बैठ जाएं.
- पैरों के अंगूठों को पास रखें और एड़ी पर बैठ जाएं.
- गहरी सांस लेते और छोड़ते हुए आगे की तरफ झुक जाएं.
- सीने को जांघों के बीच रखें और हाथों को आगे की ओर फैलाए.
- 30-50 सेकेंड तक रुकें और धीरे-धीरे सामान्य अवस्था में आ जाएं.
- इस आसन को 3-5 बार दोहराएं
पवनमुक्तासन से 60 साल तक निरोगी
- बुजुर्गों के लिए पवनमुक्तासन काफी अच्छा होता है.
- 60 साल से ज्यादा उम्र वालों की पाचन की समस्याएं हो सकती हैं.
- अगर वे रोजाना इस आसान को करें तो गैस और कब्ज से छुटकारा मिल सकता है.
- इस आसन से पीठ और कमर दर्द में भी आराम मिलता है.
- शरीर का ब्लड सर्कुलेशन अच्छा होता है.
आसन कैसे करें
- जमीन पर एक योगा मैट बिछाकर पीठ के बल लेट जाएं और गहरी सांसें लें.
- अब सांस छोड़ते हुए दोनों घुटनों को मोड़ें और जांघों को पेट की तरफ लाते हुए हाथों से दबाने की कोशिश करें.
- गहरी सांस लेकर छोड़ें और सिर जमीन से ऊपर की ओर ले जाएं.सिर को धीरे-धीरे नीचे लाएं और पैरों को सामान्य अवस्था में ले आएं.
शवासन
- शवासन भी 60 प्लस उ्म्र वालों के लिए काफी बेहतर होता है.
- इस आसान को ज्यादा उम्र वाले बड़ी ही आसानी से कर सकते हैं.
- इस आसन से सेहतमंद रह सकते हैं.
- इससे तनाव कम होता है और दिमाग शांत रहता है.
- इससे बॉडी रिलैक्स महसूस होता है.
- शाम के वक्त शवासन करने से पूरे दिन की थकान खत्म हो सकती है.
आसन कैसे करें
- जमीन पर योगा मैट बिछाकर पीठ के बल लेट जाएं.
- हाथों और पैरों को सीधा रखें.
- अपनी दोनों आंखें बंद करके गहरी सांस लें और छोड़ें.
- शरीर को रिलैक्स करने का प्रयास करें.
- शवासन में सोने से बचें
Disclaimer: लेख में उल्लिखित सलाह और सुझाव सिर्फ सामान्य सूचना के उद्देश्य के लिए हैं और इन्हें पेशेवर चिकित्सा सलाह के रूप में नहीं लिया जाना चाहिए। कोई भी सवाल या परेशानी हो तो हमेशा अपने डॉक्टर से सलाह लें।